भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी इस समय चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ पांच विकेट चटकाए थे और सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी घातक गेंदबाजी की। उनकी इस शानदार फॉर्म को देखते हुए माना जा रहा है कि वह फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत के लिए सबसे अहम खिलाड़ी साबित हो सकते हैं। हालांकि, इसी बीच उन्होंने आईसीसी से एक खास मांग की है, जिससे पता चलता है कि वे पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं।
शमी की आईसीसी से बड़ी मांग
कोविड-19 महामारी के बाद से आईसीसी ने 2022 में गेंद पर लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया था। क्रिकेट में तेज गेंदबाज लार का इस्तेमाल गेंद को चमकाने और रिवर्स स्विंग हासिल करने के लिए करते थे, जिससे उन्हें विकेट लेने में मदद मिलती थी। अब खिलाड़ी लार की जगह पसीने का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन यह उतना प्रभावी नहीं है।
मोहम्मद शमी ने इस मुद्दे पर बयान देते हुए कहा,
“हम रिवर्स स्विंग करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन लार का इस्तेमाल नहीं हो रहा है। हम बार-बार इसके लिए अनुमति की मांग कर रहे हैं क्योंकि यह तेज गेंदबाजों के लिए बहुत जरूरी है।”
फाइनल मुकाबले में निभाएंगे अहम भूमिका

शमी ने कहा कि वह अपनी लय को फिर से हासिल करने और टीम के लिए अधिक योगदान देने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। चूंकि भारतीय टीम में दो मुख्य तेज गेंदबाज नहीं खेल रहे हैं, इसलिए उन पर अतिरिक्त जिम्मेदारी आ गई है। उन्होंने कहा कि जब टीम में सिर्फ एक प्रमुख तेज गेंदबाज हो और दूसरा खिलाड़ी ऑलराउंडर हो, तो उसे ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।
लंबे स्पैल डालने के लिए तैयार: शमी
मोहम्मद शमी ने आगे कहा,
“मुझे नहीं लगता कि किसी को अपनी फिटनेस को लेकर ज्यादा सोचने की जरूरत है। आखिर में हम सभी खिलाड़ी मेहनत करने के लिए हैं। मैं अब लंबे स्पैल डालने के लिए पूरी तरह तैयार हूं। वनडे और टी20 में चाहे छह ओवर फेंकने हों या दस, यह मायने नहीं रखता।”
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आईसीसी शमी की इस मांग पर क्या फैसला लेता है और क्या गेंदबाजों को दोबारा लार के इस्तेमाल की अनुमति मिल सकती है या नहीं।