संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएल) भारत में बड़े हमले करने की फिराक में था, लेकिन मोदी सरकार की सतर्कता और सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी निगरानी के कारण ये साजिशें नाकाम हो गईं। हालांकि, आतंकी संगठन ने भारत में अपने समर्थकों के जरिए ‘लोन वुल्फ’ हमले कराने की कोशिश की।

रिपोर्ट की प्रमुख बातें:
✅ आईएसआईएल की नाकामी: रिपोर्ट में कहा गया कि इस्लामिक स्टेट भारत में बड़े हमले करने में असमर्थ रहा, लेकिन उसने ‘लोन ऐक्टर’ हमलों को बढ़ावा देने की कोशिश की।
✅ मीडिया प्रोपेगेंडा: आईएसआईएल समर्थित ‘अल-जौहर’ मीडिया ने भारत के खिलाफ दुष्प्रचार जारी रखा।
✅ अफगानिस्तान में आतंकी समूह: रिपोर्ट के मुताबिक, अफगानिस्तान में 20 से अधिक आतंकी समूह सक्रिय हैं, जो पूरे क्षेत्र की स्थिरता के लिए खतरा बने हुए हैं।
✅ यूएन महासचिव की रिपोर्ट: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस की रिपोर्ट में भी आईएसआईएल के बढ़ते खतरों पर चिंता जताई गई।
हिंदुस्तान पर खतरा टला, लेकिन सतर्कता जरूरी
भारत सरकार की चौकसी से आतंकियों की कोशिशें नाकाम हो गईं, लेकिन यह रिपोर्ट इशारा करती है कि आतंकवादी संगठन अब भी सक्रिय हैं। सुरक्षा एजेंसियों को इस खतरे से निपटने के लिए सतर्क रहना होगा।