भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनका नेतृत्व बहुध्रुवीय व्यवस्था की ओर बढ़ रहा है, जो भारत के हितों के अनुकूल है।

जयशंकर ने क्यों की ट्रंप की तारीफ?
लंदन में आयोजित एक कार्यक्रम में जयशंकर ने कहा कि अमेरिका का प्रशासन बहुध्रुवीय वैश्विक व्यवस्था को अपनाने की दिशा में काम कर रहा है, जिससे भारत को लाभ होगा। उन्होंने यह बयान ऐसे समय दिया, जब ट्रंप ने आगामी 2 अप्रैल से भारत पर जवाबी टैरिफ लगाने की घोषणा की है।
भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर चर्चा
जयशंकर ने स्पष्ट किया कि भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर कोई बड़ा विवाद नहीं होगा, क्योंकि इसे द्विपक्षीय व्यापार समझौते के माध्यम से हल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल इस मुद्दे पर चर्चा के लिए वाशिंगटन में हैं।
‘क्वाड’ और ट्रंप की नीतियां
जयशंकर ने ‘क्वाड’ (भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान का समूह) का जिक्र करते हुए कहा कि यह साझेदारी सभी देशों के लिए लाभदायक है और इसमें हर सदस्य देश अपनी भूमिका निभाता है।
भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता
उन्होंने ब्रिटेन के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर भी अपनी राय रखी और इसे एक जटिल प्रक्रिया बताया। जयशंकर ने कहा कि ब्रिटिश सरकार इस समझौते को आगे बढ़ाने में रुचि रखती है और इस पर चर्चा जारी है।
रूस-यूक्रेन संघर्ष और चीन से संबंध
रूस-यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में उन्होंने कहा कि भारत दोनों पक्षों से बातचीत करता रहा है और जहां संभव हो, समाधान के लिए प्रयास करता है। वहीं, चीन के साथ संबंधों पर उन्होंने कहा कि दोनों देशों की जनसंख्या दो अरब से अधिक है और भारत ऐसा रिश्ता चाहता है जिसमें पारस्परिक सम्मान और संवेदनशीलता बनी रहे।
कश्मीर और अनुच्छेद 370 पर जयशंकर का बयान
कश्मीर के मुद्दे पर जयशंकर ने कहा कि अनुच्छेद 370 को हटाना पहला कदम था, जबकि विकास, आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देना और चुनाव कराना आगे की प्रक्रियाएं थीं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत अपने उस क्षेत्र को वापस पाने की दिशा में काम कर रहा है, जो पाकिस्तान के अवैध कब्जे में है।