पनामा सिटी: अमेरिका से निर्वासित किए गए 98 अवैध प्रवासियों ने अपने देश वापस जाने से इनकार कर दिया है। इसके बाद अमेरिका ने इन प्रवासियों के एक बड़े समूह को पनामा भेजा, जहां उन्हें डेरियन प्रांत के एक शिविर में रखा गया है। पनामा सरकार के एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर बताया कि जब तक कोई तीसरा देश इन्हें स्वीकार नहीं करता, तब तक इन्हें यहीं रखा जाएगा।

पुलिस की निगरानी में हैं प्रवासी
निर्वासित किए गए ये 98 प्रवासी उन 299 लोगों के बड़े समूह का हिस्सा हैं, जिन्हें अमेरिका से पनामा भेजा गया है। बाकी लोग पनामा सिटी के एक होटल में पुलिस की निगरानी में रखे गए हैं और उन्हें उनके देश वापस भेजने की प्रक्रिया जारी है। हालांकि, पनामा सरकार ने इन प्रवासियों को हिरासत में रखने की बात से इनकार किया है, लेकिन वे होटल से बाहर नहीं जा सकते। ये प्रवासी ईरान, भारत, नेपाल, श्रीलंका, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और चीन सहित कई अन्य देशों से हैं।
चीनी महिला ने होटल से भागने की कोशिश की
पनामा की राष्ट्रीय आव्रजन सेवा ने बताया कि इनमें से एक चीनी महिला होटल से भागने में सफल हो गई थी, लेकिन बाद में उसे पकड़ लिया गया। पनामा के सुरक्षा मंत्री फ्रैंक अब्रेगो के अनुसार, अमेरिका और पनामा के बीच प्रवास समझौते के तहत सभी प्रवासियों को चिकित्सा देखभाल और भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।