Reels के बढ़ते क्रेज ने सोशल मीडिया पर बच्चों और युवाओं की स्क्रीन टाइम को काफी बढ़ा दिया है। लेकिन अब Instagram ने छोटे बच्चों की ऑनलाइन सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए Teen Accounts फीचर लॉन्च किया है। इसका उद्देश्य बच्चों को हिंसक और अश्लील सामग्री से दूर रखना और माता-पिता को बच्चों की एक्टिविटी पर ज्यादा कंट्रोल देना है। आइए जानते हैं इस फीचर की खास बातें।
बच्चों के लिए पाबंदियां क्यों जरूरी हैं?
आजकल बच्चे सोशल मीडिया पर काफी समय बिताते हैं, जिससे वे अश्लील कंटेंट, साइबर बुलिंग और प्राइवेसी रिस्क का शिकार हो सकते हैं। इस मुद्दे को हल करने के लिए भारत सरकार ने डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन कानून में यह प्रावधान किया कि नाबालिग बच्चों को सोशल मीडिया अकाउंट बनाने के लिए माता-पिता की अनुमति जरूरी होगी। Instagram के इस नए फीचर से न केवल बच्चों को Unwanted Interactions से बचाया जा सकेगा, बल्कि उनकी सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सकेगी।

माता-पिता को मिलेंगी ये सुविधाएं:
Instagram ने माता-पिता को उनके बच्चों की ऑनलाइन एक्टिविटी मॉनिटर करने के लिए कई नए टूल्स दिए हैं:
- चैट्स इनसाइट्स: माता-पिता देख सकते हैं कि उनका बच्चा इंस्टाग्राम पर किन-किन लोगों से बातचीत कर रहा है।
- टाइम लिमिट सेटिंग: माता-पिता बच्चों के लिए स्क्रीन टाइम लिमिट तय कर सकते हैं। 60 मिनट के बाद बच्चों को इंस्टाग्राम बंद करने का रिमाइंडर मिलेगा।
- अप्रूव परमिशन: 16 साल से कम उम्र के बच्चों को सेफ्टी सेटिंग्स में बदलाव करने के लिए माता-पिता की अनुमति लेनी होगी।
Teen Account के फीचर्स:
- स्लीप मोड: यह फीचर रात 10 बजे से सुबह 7 बजे तक एक्टिव रहेगा। इस दौरान इंस्टाग्राम नोटिफिकेशन म्यूट होंगे और मैसेज के लिए ऑटो रिप्लाई फीचर ऑन रहेगा।
- सेंसेटिव कंटेंट पर पाबंदी: सर्च रिजल्ट, फीड, और रील्स में बच्चों को सेंसेटिव कंटेंट दिखाई नहीं देगा।
- टैगिंग और मेंशन लिमिट: केवल वे लोग बच्चों को टैग और मेंशन कर पाएंगे, जिन्हें वे फॉलो करते हैं।
- डिफॉल्ट प्राइवेट अकाउंट: 13 से 17 साल के बच्चों के लिए नया इंस्टाग्राम अकाउंट डिफॉल्ट रूप से प्राइवेट रहेगा।
- 16 साल से कम उम्र: अकाउंट पब्लिक करने के लिए माता-पिता की अनुमति जरूरी होगी।
- 16-17 साल की उम्र: बिना परमिशन के भी अकाउंट को पब्लिक किया जा सकेगा।
निष्कर्ष
Instagram Teen Accounts फीचर बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा को बेहतर बनाने का एक बड़ा कदम है। यह फीचर न केवल माता-पिता को बच्चों की एक्टिविटी पर नजर रखने का अधिकार देता है, बल्कि बच्चों को अनचाहे कंटेंट और जोखिमों से बचाने में भी मदद करता है। यह पहल न केवल Instagram पर, बल्कि सोशल मीडिया पर बच्चों की सुरक्षा के लिए एक नया मानक स्थापित कर सकती है।