रंग प्यार का
तेरी आँखों का रंग जो चढ़ा है मुझपर..
कि ये गुलाल क्या रंग अब लायेगा…
तेरे इश्क का नशा जो चढ़ा है मुझपर..
कि भांग क्या मुझे अब भाएगा…
ये रंग फीका न होगा..
ये नशा कम न होगा..
मेरा साकी है तू…
कि होंठो से आज पिलाएगा…
अलंकृता
रंग प्यार का
तेरी आँखों का रंग जो चढ़ा है मुझपर..
कि ये गुलाल क्या रंग अब लायेगा…
तेरे इश्क का नशा जो चढ़ा है मुझपर..
कि भांग क्या मुझे अब भाएगा…
ये रंग फीका न होगा..
ये नशा कम न होगा..
मेरा साकी है तू…
कि होंठो से आज पिलाएगा…
अलंकृता