हरियाणा का देसी चूरमा: एक परफेक्ट स्नैक
हरियाणा का पारंपरिक व्यंजन चूरमा न केवल स्वाद में लाजवाब है, बल्कि बच्चों के लिए एक बेहतरीन और पेट भरने वाला स्नैक भी है। यह मीठा चूरमा बच्चों के साथ-साथ बड़ों को भी खूब पसंद आता है। बदलते वक्त के साथ यह व्यंजन घरों में कम बनता है, लेकिन इसे बनाना बेहद आसान है।

हरियाणा के चूरमे की खासियत
हरियाणा अपने समृद्ध संस्कृति और अनूठे खाने के लिए जाना जाता है। यहां के पारंपरिक व्यंजन, जैसे चूरमा, विदेशों में भी लोकप्रिय हैं। चूरमा न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद है। इसे आप स्नैक के तौर पर भी खा सकते हैं और मुख्य भोजन में दाल के साथ भी परोस सकते हैं।
चूरमा बनाने की विधि
- सबसे पहले गेहूं का आटा लें और उसमें थोड़ा देसी घी मिलाकर अच्छे से गूंद लें।
- आटे की छोटी-छोटी लोइयां बनाएं और इन्हें देसी घी में तल लें।
- तलने के बाद लोइयों को ठंडा होने दें और फिर मिक्सर में बारीक पीस लें।
- अब पिसे हुए मिश्रण में स्वादानुसार देसी शक्कर या गुड़ मिलाएं।
- इस तैयार चूरमे को आप ऐसे ही खा सकते हैं या दाल के साथ परोस सकते हैं। कुछ लोग इसका लड्डू भी बनाकर खाते हैं।
सेहत के लिए फायदेमंद
चूरमा न केवल स्वादिष्ट है बल्कि यह बाजार में मिलने वाले स्नैक्स से कहीं ज्यादा सेहतमंद है। बाजार के स्नैक्स में इस्तेमाल होने वाले प्रिजर्वेटिव्स और तेल सेहत पर बुरा असर डालते हैं, जबकि घर पर बना यह चूरमा ताजा और पौष्टिक होता है।
बदलते समय में चूरमा का महत्व
आज के समय में लोग पारंपरिक व्यंजनों से दूर होते जा रहे हैं और बाहर का खाना ज्यादा पसंद करते हैं। इसका सेहत पर नकारात्मक असर पड़ता है। ऐसे में चूरमा जैसी पारंपरिक डिश न केवल आपकी सेहत को बेहतर बनाएगी, बल्कि यह आपके बच्चों के टिफिन के लिए भी परफेक्ट विकल्प हो सकता है।
तो क्यों न इस बार चूरमे को घर पर बनाकर अपने परिवार के साथ इसका आनंद लें। यह स्वादिष्ट और सेहतमंद व्यंजन हर किसी को पसंद आएगा।