रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के प्रयासों के तहत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सक्रिय रूप से वार्ता प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस कड़ी में ट्रंप के विशेष दूत ने पहले सऊदी अरब में रूस के अधिकारियों से मुलाकात की और अब यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंच चुके हैं, जहां वे राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से वार्ता करेंगे।
यूक्रेन की बैठक से पहले रूस से चर्चा, असंतुष्ट जेलेंस्की

ट्रंप प्रशासन के दूत कीथ केलॉग की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब सऊदी अरब में अमेरिकी और रूसी अधिकारियों के बीच हुई वार्ता में यूक्रेन को शामिल नहीं किया गया था। इस निर्णय से राष्ट्रपति जेलेंस्की नाखुश हैं और उन्होंने अपनी असहमति भी जाहिर की है। अब ट्रंप के दूत यूक्रेन पहुंचकर इस असहमति को दूर करने और युद्ध समाप्ति के लिए संभावित शांति समझौते पर चर्चा करने का प्रयास करेंगे।
यूक्रेन की सैन्य स्थिति और ट्रंप की प्रतिक्रिया
यूक्रेन में युद्ध अब चौथे वर्ष में प्रवेश करने वाला है और इस बीच रूस की सेना ने पूर्वी यूक्रेन में लगातार हमले जारी रखे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, यूक्रेनी सेना को कई मोर्चों पर पीछे हटना पड़ा है। इस बीच, डोनाल्ड ट्रंप ने अपने हालिया बयान में कहा कि यूक्रेन को यह युद्ध “शुरू नहीं करना चाहिए था” और अगर वह चाहता तो इसे रोकने के लिए समझौता कर सकता था।
यूक्रेन की नाटो सदस्यता पर संदेह
संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस के बीच संभावित शांति समझौते के बाद यूक्रेन की नाटो सदस्यता को लेकर संदेह की स्थिति बनी हुई है। अमेरिकी अधिकारियों ने संकेत दिया है कि अगर कोई समझौता होता है तो नाटो में शामिल होने की यूक्रेन की उम्मीदें पूरी नहीं हो पाएंगी।
जेलेंस्की ने सऊदी अरब यात्रा रद्द की
इस कूटनीतिक हलचल के बीच, राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपनी प्रस्तावित सऊदी अरब यात्रा रद्द कर दी। विश्लेषकों का मानना है कि यह निर्णय अमेरिका-रूस वार्ता को मान्यता न देने के प्रयास के रूप में लिया गया है।
ट्रंप के विशेष दूत कीथ केलॉग ने कीव पहुंचने के बाद कहा, “हम यूक्रेन की संप्रभुता और स्वतंत्रता को लेकर पूरी तरह गंभीर हैं। हमारी कोशिश होगी कि इस युद्ध को जल्द से जल्द समाप्त किया जाए और स्थायी शांति स्थापित की जाए।”