कीव: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को लेकर अमेरिका की भूमिका पर सवाल उठाए जा रहे हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के सलाहकार मिखाइलो पोडोल्यक ने दावा किया है कि अमेरिका ने अपनी स्थिति कमजोर कर ली है और रूस को कूटनीतिक बढ़त सौंप दी है। यह बयान सऊदी अरब में अमेरिका और रूस के शीर्ष अधिकारियों की बैठक के बाद आया है।

“अमेरिका हमलावर देश को बढ़त दे रहा है”
पोडोल्यक ने सऊदी अरब में हुई वार्ता पर सवाल उठाते हुए कहा, “ऐसे देश को प्रभुत्व क्यों दिया जा रहा है जो हमलावर है, अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करता है और यूक्रेन पर हमलों के लिए जिम्मेदार है?” उन्होंने कहा कि यूक्रेन को इन वार्ताओं के बारे में कोई पूर्व जानकारी नहीं दी गई थी, और न ही इसके परिणाम साझा किए गए।
ट्रंप का बयान और जेलेंस्की पर सवाल
यूक्रेन के खिलाफ अमेरिका की नीति को लेकर सवाल तब और तेज हो गए जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि युद्ध के लिए कीव खुद जिम्मेदार है। ट्रंप ने यह भी दावा किया कि जेलेंस्की को चुनाव कराना चाहिए क्योंकि उनका कार्यकाल समाप्त हो चुका है। हालांकि, यूक्रेन ने संविधान का हवाला देते हुए स्पष्ट किया कि युद्धकाल में चुनाव कराना संभव नहीं है।
क्या अमेरिका पीछे हट रहा है?
यूक्रेन ने आशंका जताई है कि अमेरिका अब शांति वार्ता में अपनी सक्रिय भूमिका से पीछे हट रहा है। पोडोल्यक ने अमेरिका की रणनीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि ‘ताकत के बल पर शांति’ की अवधारणा व्यावहारिक नहीं है। इस घटनाक्रम का आगे क्या असर होगा, यह देखना बाकी है।