भारत-अमेरिका संबंधों में नया मोड़
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच वॉशिंगटन स्थित व्हाइट हाउस में अहम मुलाकात हुई। दोनों नेताओं ने रूस-यूक्रेन युद्ध, चीन, बांग्लादेश और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर खुलकर बातचीत की। इस मुलाकात के बाद वैश्विक राजनीति में हलचल मच गई है और इसे एक नए विश्व व्यवस्था की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।

रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत का स्पष्ट रुख
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ देश भारत को रूस-यूक्रेन युद्ध पर तटस्थ मानते हैं, लेकिन भारत का स्पष्ट पक्ष शांति का है। उन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी कहा था कि यह युद्ध का युग नहीं है और शांति केवल युद्ध के मैदान में नहीं मिल सकती। मोदी ने यह भी कहा कि भारत इस संघर्ष को खत्म करने में अपनी भूमिका निभाने के लिए हमेशा तैयार रहेगा।
ट्रंप बोले- खूनी जंग अब बंद होनी चाहिए
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्होंने रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की दोनों से बातचीत की है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह खूनी युद्ध जल्द से जल्द खत्म होना चाहिए और अमेरिका इसके लिए पहल कर रहा है।
चीन पर ट्रंप का कड़ा बयान
जब ट्रंप से पूछा गया कि अगर अमेरिका भारत पर व्यापारिक टैरिफ लगाएगा तो चीन से मुकाबला कैसे करेगा, तो उन्होंने आत्मविश्वास से जवाब दिया, “हम किसी को भी हरा सकते हैं। हम चार साल तक बेहतरीन काम कर रहे थे, लेकिन एक खराब प्रशासन ने हमें रोक दिया। अब हम फिर से मजबूत होंगे और अपने प्रयास जारी रखेंगे।”
बांग्लादेश पर ट्रंप का बयान
बांग्लादेश की स्थिति को लेकर सवाल पूछे जाने पर ट्रंप ने इसका जवाब पीएम मोदी पर छोड़ दिया और कहा कि भारत इस मामले में जो भी निर्णय लेगा, वह उसका समर्थन करेंगे।
हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत-अमेरिका की साझेदारी
इस बैठक में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाने पर भी सहमति बनी। दोनों देशों ने इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए आपसी सहयोग को मजबूत करने का संकल्प लिया।