Amla Pickle Recipe: ठंड का मौसम कम होते ही घरों में आंवला अचार बनाने की परंपरा शुरू हो जाती है। छतरपुर की प्रेमाबाई वर्षों से इस पारंपरिक रेसिपी को अपनाते हुए आंवला अचार तैयार कर रही हैं, जिसकी खासियत यह है कि यह लंबे समय तक खराब नहीं होता।
आंवला अचार बनाने की विधि
पहला चरण: आंवला की सफाई और सुखाना
प्रेमाबाई के अनुसार, सबसे पहले आंवले को अच्छी तरह धो लें और छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। फिर इन्हें धूप में सुखाएं, जिससे इनका कड़वापन कम हो जाए।
दूसरा चरण: मसाला तैयार करना
सुखाए गए आंवलों के लिए एक खास मसाला तैयार करें। इसमें निम्नलिखित सामग्री शामिल होती है:
- मेथी दाना
- राई
- हल्दी
- नमक
- लाल मिर्च
इन सभी को पीसकर एक मसाले का मिश्रण तैयार करें। 1 किलो आंवला अचार के लिए लगभग 350 ग्राम मसाला पर्याप्त रहेगा।

तीसरा चरण: अचार में तेल मिलाना
आंवलों में तैयार मसाला अच्छी तरह मिलाएं और फिर सरसों का तेल डालें। इसे अच्छे से मिलाने के बाद अचार को संग्रहण के लिए तैयार करें।
आंवला अचार के लिए आवश्यक सामग्री
- 1 किलो आंवला
- 250 ग्राम सरसों का तेल
- 50 ग्राम राई
- 10 ग्राम मेथी दाना
- 5 ग्राम लाल मिर्च पाउडर
- 2 ग्राम हल्दी पाउडर
- 1 ग्राम अमचूर पाउडर
- नमक स्वादानुसार
अचार को सुरक्षित रखने का तरीका
पुराने समय में मिट्टी के बर्तन में अचार को संग्रहित किया जाता था, जिससे यह सालों तक खराब नहीं होता। आज भी यदि मिट्टी के बर्तन का उपयोग किया जाए और नमक व तेल की मात्रा संतुलित रखी जाए, तो अचार लंबे समय तक सुरक्षित रहता है।
आंवला अचार के स्वास्थ्य लाभ
- पाचन को मजबूत बनाता है।
- इम्युनिटी बढ़ाने में सहायक है।
- त्वचा के लिए फायदेमंद है।
- शरीर को बीमारियों से बचाता है।
आंवला विटामिन-सी का बेहतरीन स्रोत है, जो बालों, आंखों और संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। यह रक्त को शुद्ध करता है और मौसमी फ्लू से बचाने में मदद करता है।