घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान की। तहव्वुर राणा का नाम भारतीय जांच एजेंसियों की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल था। अब उसे भारत लाकर मुकदमे का सामना करवाया जाएगा। राणा का संबंध पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकी डेविड कोलमैन हेडली से था, जो मुंबई हमलों की साजिश का एक अहम किरदार था।

डोनाल्ड ट्रंप ने किया बड़ा ऐलान
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में कहा,
“आज मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि मेरे प्रशासन ने दुनिया के सबसे खतरनाक लोगों में से एक, जो मुंबई आतंकी हमलों की साजिश में शामिल था, उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। अब वह भारत में न्याय का सामना करेगा।”
गौरतलब है कि जनवरी में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की अनुमति दी थी, जब उसकी याचिका को खारिज कर दिया गया था। भारत पहले से ही इस मामले पर अमेरिकी अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में था।
कौन है तहव्वुर राणा?
तहव्वुर राणा पाकिस्तान में जन्मा एक कनाडाई नागरिक है, जिसने पाकिस्तानी सेना में डॉक्टर के रूप में काम किया था। वह 26/11 मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड डेविड कोलमैन हेडली का करीबी सहयोगी था। हेडली ने हमले से पहले मुंबई के महत्वपूर्ण स्थानों की रेकी की थी, और इस दौरान उसे आर्थिक मदद देने वाला तहव्वुर राणा ही था।
साल 2009 में अमेरिकी जांच एजेंसी FBI ने राणा को गिरफ्तार किया था, और तभी से भारत उसके प्रत्यर्पण की मांग कर रहा था। अब जब अमेरिका ने इसकी मंजूरी दे दी है, तो जल्द ही उसे भारत लाया जाएगा और यहां की अदालत में उसके गुनाहों का हिसाब होगा।